Mahavatar Narsimha Box office Collection
भारतीय एनीमेशन इंडस्ट्री में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की गई है। होम्बले फिल्म्स और क्लीम प्रोडक्शन के संयुक्त बैनर तले बनी ‘महावतार नरसिंह’ ने देश में एनीमेशन फिल्मों के इतिहास में नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। 25 जुलाई 2025 को रिलीज़ हुई इस पौराणिक कथा पर आधारित फिल्म ने मात्र 8 दिनों में ₹60.5 करोड़ की कमाई करके सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
यह फिल्म अब तक की भारत की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली एनीमेटेड फिल्म बन गई है। इससे पहले यह रिकॉर्ड हॉलीवुड फिल्मों जैसे Spider-Man, The Incredibles और Kung Fu Panda के नाम था, लेकिन ‘महावतार नरसिंह’ ने उन्हें पछाड़ते हुए भारतीय दर्शकों के दिलों में खास जगह बना ली है।
पांच भाषाओं और 3D में रिलीज़, पूरे देश में दर्शकों की दीवानगी
महावतार नरसिंह को 3D तकनीक में और पांच भारतीय भाषाओं (हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम) में रिलीज़ किया गया था। इसका विज़ुअल प्रेजेंटेशन इतना प्रभावशाली है कि दर्शक फिल्म के हर दृश्य से भावनात्मक रूप से जुड़ जाते हैं। इसकी पौराणिक कहानी और आध्यात्मिक गहराई ने हर आयु वर्ग के दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है।
फिल्म में भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की कथा को नए एनीमेशन टेक्नोलॉजी के साथ प्रस्तुत किया गया है, जो भारतीय संस्कृति और अध्यात्म को आधुनिक अंदाज़ में दुनिया के सामने लाता है।
फिल्म के प्रति दर्शकों की भावनात्मक जुड़ाव
फिल्म की सफलता सिर्फ बॉक्स ऑफिस नंबरों तक सीमित नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों और वीडियो में देखा जा सकता है कि दर्शक महावतार नरसिंह का रूप धारण कर थिएटरों में जश्न मना रहे हैं। कई जगह पर सिनेमाघरों के बाहर आरती, शंखध्वनि और जयकारों के साथ त्योहार जैसे दृश्य देखने को मिले।
फिल्म की इस सांस्कृतिक और भावनात्मक गहराई ने इसे सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि आध्यात्मिक अनुभव बना दिया है।
निर्देशन, निर्माण और प्रस्तुति: दमदार टीम का योगदान
इस अद्वितीय फिल्म का निर्देशन किया है अश्विन कुमार ने, और निर्माण किया है शिल्पा धवन, कुशल देसाई और चैतन्य देसाई ने क्लीम प्रोडक्शन के बैनर तले। फिल्म को प्रस्तुत किया है होम्बले फिल्म्स ने — जो KGF, कांतारा, और सालार जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए प्रसिद्ध हैं।
महावतार नरसिंह के जरिए होम्बले फिल्म्स ने अपने नए प्रोजेक्ट की शुरुआत की है जिसे नाम दिया गया है ‘महावतार सिनेमैटिक यूनिवर्स’।
आ रहे हैं और भी महावतार – बना रहेगा अध्यात्मिक सिलसिला
‘महावतार नरसिंह’ महज एक शुरुआत है। होम्बले फिल्म्स ने अगले 10 वर्षों के लिए एक पूरा प्लान तैयार किया है, जिसमें भगवान विष्णु के अन्य अवतारों पर आधारित फिल्में शामिल होंगी:
महावतार परशुराम (2027)
महावतार रघुनंदन (2029)
महावतार द्वारकाधीश (2031)
महावतार गोकुलानंद (2033)
महावतार कल्कि – दो भागों में (2035 और 2037)
यह क्रम हमें भारतीय पौराणिक कथाओं की समृद्धता से बार-बार जोड़ता रहेगा।
महावतार नरसिंह की सफलता का रहस्य
इस फिल्म की सफलता का सबसे बड़ा कारण है इसका संस्कृति और आधुनिक तकनीक का अद्भुत संगम। जहां एक ओर कहानी दर्शकों को धार्मिक और आध्यात्मिक रूप से जोड़ती है, वहीं दूसरी ओर इसकी विजुअल प्रजेंटेशन, साउंड डिजाइन और एनिमेशन क्वालिटी किसी हॉलीवुड प्रोजेक्ट से कम नहीं है।
सोशल मीडिया पर छाया ‘महावतार नरसिंह’ का जादू
फिल्म की सफलता को लेकर प्रोडक्शन हाउस ने सोशल मीडिया पर लिखा:
> “The divine roar has echoed across the nation. #MahavatarNarsimha has roared past all records, grossing ₹60.5 CRORES+ in just 8 DAYS to become India’s Highest-Grossing Animated Film of All Time.”
यह पोस्ट तुरंत वायरल हो गया और फिल्म के लिए सोशल मीडिया पर #MahavatarNarsimha, #DivineRoar, #IndianAnimation जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
भारतीय एनीमेशन के लिए नई राह
‘महावतार नरसिंह’ केवल एक फिल्म नहीं है, बल्कि यह भारतीय एनीमेशन इंडस्ट्री के लिए एक नई दिशा और पहचान है। यह साबित करता है कि अगर विषयवस्तु मजबूत हो, प्रस्तुति भव्य हो, और भावनाएं गहरी हों — तो कोई भी फिल्म दर्शकों का दिल जीत सकती है।
इस फिल्म ने न सिर्फ कमाई के रिकॉर्ड तोड़े हैं, बल्कि भारतीय युवाओं को अपनी संस्कृति पर गर्व करने का एक नया कारण भी दिया है।