Today Gold Rate
भारत में सोने की कीमतों में गिरावट ने सभी को चौंका दिया है। यह कीमतें अब संयुक्त अरब अमीरात (UAE), कतर, ओमान और सिंगापुर जैसे सोना खरीदने वाले प्रमुख केंद्रों से भी कम हो गई हैं। जहां एक ओर खाड़ी देशों में सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, वहीं भारत में यह गिरावट निवेशकों और ग्राहकों दोनों के लिए चर्चा का विषय बन गई है।
भारत और खाड़ी देशों में सोने की कीमतों का अंतर
20 नवंबर 2024 को भारत में सोने की कीमतें इस प्रकार रहीं:
- 24 कैरेट सोना: ₹77,070 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹70,650 प्रति 10 ग्राम
- 18 कैरेट सोना: ₹57,810 प्रति 10 ग्राम
वहीं, खाड़ी देशों में तेजी देखी गई:
- ओमान: 24 कैरेट सोना ₹75,763 प्रति 10 ग्राम (₹220 का इजाफा)।
- कतर: 24 कैरेट सोना ₹76,293 प्रति 10 ग्राम।
यह अंतर दर्शाता है कि भारत में सोने की कीमतें अन्य देशों के मुकाबले सस्ती हैं, जो बाजार में कई कारकों का परिणाम है।
सोने की कीमतों में गिरावट के कारण
1. वैश्विक आर्थिक कारक
- अमेरिकी डॉलर की मजबूती:
डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ा है। डॉलर में मूल्यवान वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना महंगा हो गया है, जिससे भारतीय बाजार में गिरावट आई है। - यूएस फेडरल रिजर्व का रुख:
अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मजबूत संकेतों के कारण ब्याज दरें स्थिर रह सकती हैं। इस वजह से निवेशक सोने से दूरी बना रहे हैं, जिससे कीमतों में गिरावट आई है।
2. भू-राजनीतिक तनाव का प्रभाव
इज़राइल-गाजा संघर्ष और अन्य अंतरराष्ट्रीय तनावों के चलते खाड़ी देशों में सोने की मांग बढ़ी है। इन क्षेत्रों में सोना सुरक्षित निवेश माना जाता है, जिसके चलते कीमतें ऊंचाई पर पहुंच गई हैं।
3. भारतीय बाजार में मौसमी प्रभाव
भारत में त्योहारी सीजन और शादी के मौसम के कारण सोने की मांग बढ़ी है। हालांकि, कीमतों में गिरावट के बावजूद, प्रीमियम दरों में उछाल देखा गया है। यह दर्शाता है कि ग्राहक सस्ते दाम पर सोना खरीदने का लाभ उठा रहे हैं।
वैश्विक बाजार में सोने का रुख
पिछले सप्ताह वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में 4.5% की गिरावट दर्ज की गई।
- स्पॉट प्राइस (अमेरिका): $2,563.25 प्रति ट्रॉय औंस, जो दो महीने के निचले स्तर पर है।
- अक्टूबर का रिकॉर्ड हाई: सोने की कीमतें अब अपने पिछले महीने के उच्चतम स्तर से 7% नीचे हैं।
हालांकि, वर्ष 2024 में सोने की कीमतों में अब तक 24% की वृद्धि हुई है। इसका मुख्य कारण केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ते तनाव हैं।
सोने की कीमतों पर भविष्य का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि:
- अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड्स और डॉलर की मजबूती आगे भी सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकती है।
- फेडरल रिजर्व की दिसंबर बैठक के बाद कीमतों में और बदलाव देखने को मिल सकता है।
- भारत में सोने की कीमतें अब भी आकर्षक स्तर पर हैं, जिससे यह निवेशकों और ग्राहकों के लिए लाभकारी साबित हो सकती हैं।
सोने की गिरती कीमतों का ग्राहकों पर प्रभाव
- शादी का सीजन:
शादी के मौसम में भारतीय परिवारों के लिए सोना खरीदना एक परंपरा है। मौजूदा कीमतें उन्हें बेहतर सौदे का मौका दे रही हैं। - निवेश का समय:
विशेषज्ञ मानते हैं कि सोने की कीमतें लंबे समय में फिर से ऊंचाई पर जा सकती हैं। यह निवेशकों के लिए सही समय हो सकता है।
भारत में सस्ते सोने का फायदा उठाएं
भारत में सोने की कीमतों में गिरावट ने ग्राहकों और निवेशकों के लिए बड़ा अवसर पैदा किया है। हालांकि, वैश्विक बाजार और भू-राजनीतिक परिस्थितियां सोने की कीमतों पर असर डाल सकती हैं। ऐसे में सोने में निवेश करने से पहले विशेषज्ञों की सलाह लेना फायदेमंद होगा।
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