Holi 2025 पर चंद्र ग्रहण जानें समय,प्रभाव और पूजा के खास उपाय

Holi 2025 Chandra Grahan (होली 2025 चंद्र ग्रहण)

होली 2025 का पर्व इस बार बेहद खास होने वाला है क्योंकि इसी दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भी पड़ने वाला है। यह ग्रहण खगोलीय दृष्टि से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ ज्योतिषीय नजरिए से भी खास माना जा रहा है। चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2025) का यह अद्भुत नजारा होलिका दहन के तुरंत बाद दिखाई देगा, जो फाल्गुन पूर्णिमा से शुरू होकर प्रतिपदा तिथि तक प्रभावी रहेगा। आइए जानते हैं कि इस बार का चंद्र ग्रहण कब लगेगा, इसका सूतक काल मान्य होगा या नहीं और ग्रहण के बाद कौन-कौन से उपाय करना शुभ रहेगा।

क्या है चंद्र ग्रहण और इसका महत्व?

चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जो तब होती है जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है। इस दौरान पृथ्वी की छाया चंद्रमा को ढक लेती है, जिससे चंद्रमा का प्रकाश धुंधला हो जाता है। जब चंद्रमा पूरी तरह लाल रंग का हो जाता है, तो इसे ब्लड मून कहा जाता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण राहु और केतु के प्रभाव से होता है, जिसे शुभ संकेत नहीं माना जाता। इस दौरान शुभ कार्य करने से बचना चाहिए।

चंद्र ग्रहण 2025 का समय (Chandra Grahan 2025 Timing)

Chandra Grahan Kab Hai : होली के दिन पड़ने वाले चंद्र ग्रहण का समय इस प्रकार है:

  • ग्रहण आरंभ: 14 मार्च 2025 को सुबह 10:39 AM पर।
  • ग्रहण समापन: 14 मार्च 2025 को दोपहर 2:18 PM पर।

यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। इसका अर्थ है कि भारत में होली पूजन, हवन और अन्य धार्मिक अनुष्ठान बिना किसी रोक-टोक के संपन्न किए जा सकते हैं।

कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण?

यह चंद्र ग्रहण निम्न क्षेत्रों में दिखाई देगा:

  • ऑस्ट्रेलिया
  • अफ्रीका का अधिकांश हिस्सा
  • उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका
  • यूरोप के कई हिस्से
  • प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, आर्कटिक महासागर
  • पूर्वी एशिया और अंटार्कटिका

इस दौरान चंद्रमा गहरे लाल रंग का नजर आएगा, जिसे ब्लड मून कहा जाता है।

किसे प्रभावित करेगा यह चंद्र ग्रहण?

यह चंद्र ग्रहण ज्योतिषीय दृष्टि से कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में लगेगा। ग्रहण काल के दौरान शुभ कार्यों को करने से बचना चाहिए क्योंकि इसे नकारात्मक ऊर्जा का समय माना जाता है।

विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान जन्म लेने वाले शिशुओं पर ग्रहण दोष का प्रभाव पड़ सकता है, जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है।

चंद्र ग्रहण के बाद करें ये शुभ कार्य (Chandra Grahan ke Baad Ke Upay)

चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद सकारात्मक ऊर्जा को पुनः स्थापित करने के लिए कुछ उपाय करना शुभ माना जाता है। ये उपाय इस प्रकार हैं:

  1. घर की सफाई करें: ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की अच्छी तरह सफाई करें ताकि नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो सके।
  2. स्नान और पूजा करें: स्नान करने के बाद भगवान शिव और चंद्र देव की विशेष पूजा करें।
  3. दान करें: ग्रहण के बाद दूध, दही, चीनी, मोती, सफेद मिठाई जैसी वस्तुओं का दान करना शुभ होता है।
  4. शिवलिंग पर जल चढ़ाएं: ग्रहण के बाद शिवलिंग और चंद्रमा को जल अर्पित करें।
  5. बड़ों का आशीर्वाद लें: ग्रहण के बाद घर के वरिष्ठ सदस्यों का आशीर्वाद लेना सौभाग्यदायक होता है।

Holi 2025: जानें कब है होली, होलिका दहन मुहूर्त और पूजन विधि

होली 2025 का पर्व इस बार चंद्र ग्रहण के साथ आ रहा है, लेकिन भारत में यह दृश्य न होने के कारण सूतक काल मान्य नहीं होगा। ऐसे में पूजा-पाठ और होली उत्सव को लेकर किसी भी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। फिर भी ग्रहण समाप्ति के बाद बताए गए शुभ कार्यों को करने से जीवन में सकारात्मकता और समृद्धि का संचार होगा।

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