भारत और न्यूजीलैंड (ind vs nz) के बीच हाल ही में समाप्त हुई टेस्ट सीरीज में भारत को 3-0 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस हार ने बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) को गहरी चिंता में डाल दिया है, और बोर्ड ने इस पर सख्त कदम उठाने का मन बना लिया है। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम टेस्ट में टीम इंडिया 147 रन के छोटे लक्ष्य का पीछा करने में नाकाम रही, जिससे घरेलू मैदान पर दशकों में पहली बार भारत को सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा है।
सीनियर खिलाड़ियों की फॉर्म पर गंभीर सवाल
इस सीरीज (ind vs nz) के दौरान भारतीय बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी के सामने कमजोर दिखाई दिए। खासतौर पर रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर बल्लेबाज उस समय संघर्ष करते नजर आए, जब टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है की यह संभावना जताई जा रही है कि रोहित शर्मा, विराट कोहली, रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ने शायद अपना आखिरी घरेलू टेस्ट खेल लिया है।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद इन सीनियर खिलाड़ियों के भविष्य पर निर्णय लिया जा सकता है। तीसरे टेस्ट में हार के बाद टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर को चयनकर्ता अजीत अगरकर के साथ बातचीत करते हुए देखा गया। शुरुआती धीमी बातचीत के बाद इस चर्चा में गंभीरता आ गई, जिससे यह संकेत मिल रहे हैं कि टीम में बड़े बदलाव की संभावना है।
भविष्य की योजनाओं पर विचार कर रही बीसीसीआई
बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, “टीम के प्रदर्शन पर विचार किया जाएगा, और यह अनौपचारिक रूप में हो सकता है, क्योंकि टीम 10 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना हो रही है। यह हार एक बड़ी असफलता है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया सीरीज नजदीक है और स्क्वॉड पहले ही घोषित हो चुका है, इसलिए फिलहाल कोई बदलाव नहीं होगा।”
सूत्र ने आगे कहा, “अगर भारत इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं करता है, तो यह तय है कि ये चार सीनियर खिलाड़ी उस फ्लाइट में शामिल नहीं होंगे। वैसे भी, संभवतः इन चारों ने अपना आखिरी घरेलू टेस्ट एक साथ खेल लिया है।”
भारत की डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए राह मुश्किल
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज (ind vs nz) हारने के बाद भारत के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचना बेहद मुश्किल हो गया है। फाइनल में जगह बनाने के लिए अब भारत को ऑस्ट्रेलिया में 4-0 या इससे अधिक अंतर से जीत हासिल करनी होगी, ताकि टीम अन्य परिणामों पर निर्भर न रहे। यदि टीम ऐसा करने में नाकाम रहती है, तो 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में चयन समिति युवा खिलाड़ियों को मौका दे सकती है, जिनमें साई सुदर्शन और देवदत्त पडिक्कल शामिल हैं।
वाशिंगटन सुंदर, जिन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए सीरीज में सबसे अधिक विकेट लिए हैं, रविचंद्रन अश्विन के संभावित उत्तराधिकारी माने जा रहे हैं। वहीं अक्षर पटेल ने रवींद्र जडेजा की जगह लेने की मजबूत दावेदारी पेश की है, और मनीष सूथार जैसे युवा खिलाड़ी भी चयन के लिए कतार में हैं।
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सीनियर खिलाड़ियों की घटती फॉर्म पर चिंता
रोहित शर्मा ने घरेलू टेस्ट में 35 पारियों में 37.81 की औसत से 1,210 रन बनाए हैं, लेकिन पिछले 10 पारियों में उनका प्रदर्शन चिंता का विषय बना हुआ है। इस दौरान छह बार वे 10 से कम रन पर आउट हुए और दो बार 20 से नीचे।
विराट कोहली ने भी इस अवधि में 25 पारियों में 30.91 की औसत से 742 रन बनाए, जिसमें केवल एक शतक शामिल है।
एक पूर्व चयनकर्ता ने पीटीआई को बताया, “ऑस्ट्रेलिया में पिचें बल्लेबाजी के लिए बेहतर होंगी, लेकिन इस प्रकार की हार के बाद आत्मविश्वास को दोबारा बनाना एक चुनौती होगी।”
रिपोर्ट के अनुसार, रोहित शर्मा का टेस्ट करियर इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के बाद समाप्त हो सकता है।