Kuttu Ka Atta (कुटटू का आटा)
आजकल तीज व्रत त्यौहारों में लोग Buckwheat Flour कुट्टू (kuttu ka atta) और सिंघाड़े के आटे का सेवन करते हैं लोग इनसे बनें व्यंजन भी खाते हैं . लेकिन आजकल इनकों खाने के बाद लगातार उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अधिक संख्या में एक साथ कई लोगों के बीमार पड़ने की खबरे सामने आ रही हैं. ऐसे में अलर्ट रहना बेहद जरूरी है.
Kuttu Ka Atta Kaise Banta Hai : कैसे बनता है कुटटू का आटा
कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) बकव्हीट पौधे से तैयार किया जाता है जिसकी पैदवार उत्तर और पूर्वी भारत में होते. इस प्लांट में सफेद फूल होते हैं जिसमें चने के साइज का सीड होता है. जब ये बीज डार्क ब्राउन कलर का हो जाता है जो इसे निकाल लिया जाता है और इसे सुखाकर फिर पीस लिया जाता है फिर इसी से कुट्टू का आटा (Buckwheat Flour) तैयार होता है.. इसके जरिए सेहत को कई तरह के फायदे हो सकते हैं. त्योहारों में कुट्टू के आटे को खूब खाया जाता है.
Kuttu Ka atta Benefits : कुट्टू के आटे को खाने से फायदा
कुट्टू के आटे (kuttu ka atta) में कई तरह के न्यूट्रीशन पाए जाते हैं, जिनमें हेल्दी कैलोरी, प्रोटीन, हेल्दी फैट, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर शामिल है। कुट्टू का आटा (Buckwheat Flour) ग्लूटेन फ्री होता है। इसमें मिनरल्स और एंटीओक्सिडेंट पाए जाते है। कुट्टू का आटा ब्लड सुगर लेवल को सुधारने में भी आता है।
Kuttu Ka Atta Precautions : कुट्टू के आटे को लेकर सावधानियां
कुट्टू का आटा (kuttu ka atta) खाने से हर साल सैकडों लोग बीमार पड़ रहे है। तो कुछ लोगों को जान से हाथ धोना पड़ता है. गेंहू के आटे की तुलना में कुट्टू के आटे (Buckwheat Flour) की सेल्फ लाइफ कम होती है . अगर आप कुट्टू के आटे को फ्रिज में रखते हैं तो ये लगभग 3 महीने सही रहता है. वहीं कुट्टू के बीजों की सेल्फ लाइफ लगभग 6 महीने होती है. कुट्टू के आटे की सेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए अच्छा है कि इसे फ्रिज में रखें . कुट्टू के आटे को हमेशा सूरज की रोशनी और मॉइस्चर से दूर रखे.मॉइस्चर के आने से इसमें बैक्टीरिया पनपता है। वैसे तो कुट्टू का आटा फायदेमंद है लेकिन कभी-कभी अगर इसका ज्यादा सेवन कर लिया जाए तो इससे त्वचा संबंधी बीमारी भी हो सकती है । बहुत पुराना रखा आटा खाने से फूड प्वाइजनिंग (food poisoning) भी हो सकती है।
Kuttu Ka Atta Real And Fake : कैसे करें असली और नकली में पहचान?
दरअसल बाजार में आज-कल हर चीज मिलावट की मिलने लगी है। मिलावटखोरों ने कुट्टू के आटे (kuttu ka atta) को भी नहीं छोड़ा है . तो ये जरूरी नहीं है कि जो आटा आप खरीद रहे हैं वो असली हैमिलावट खोर कुट्टू के आटे में चाक मिला देते है .कलर देख कर आपको पता ही नही चलेगा कि वो असली आटा है या नकली आटा । असली कुट्टू के आटे का रंग गहरा भूरा होता है लेकिन अगर कुट्टू के आटे में किसी तरह की मिलावट की की जाती है या वो खराब हो जाता है तो उसका रंग बदल जाता है. कुट्टू के आटे का रंग ग्रे या हल्का हरा दिखाई पड़ सकता है. इसलिए कुट्टू का आटा (Buckwheat Flour) खरीदने से पहले खुद सतर्क हो जाएं और दूसरों को भी सावधान करें.
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